महेंद्रगढ़
हर साल की भांति इस वर्ष भी गांव आकोदा स्थित बाबा साध धाम बाग वाली समाध पर सावन महीने की शुक्ल पक्ष की द्वादशी के अवसर पर विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। यह धार्मिक आयोजन 6 अगस्त को संपन्न होगा, जिसमें क्षेत्रभर से श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
बाबा साध बाग वाली समाध के प्रधान एवं पूर्व सैनिक रामपाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि बाबा साध धाम पर यह भंडारा कई वर्षों से लगातार आयोजित किया जा रहा है। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि आपसी भाईचारे और सामूहिक सद्भाव का भी संदेश देता है। हर वर्ष की तरह इस बार भी भक्तों के लिए हवन, भजन-कीर्तन और प्रसाद वितरण का विशेष कार्यक्रम रखा गया है।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 7:15 बजे हवन के साथ होगी। हवन के बाद सुबह 9:30 बजे से प्रसाद वितरण का कार्य आरंभ किया जाएगा। दिनभर बाबा के दरबार में श्रद्धालुओं के पहुंचने और आशीर्वाद लेने का सिलसिला जारी रहेगा।
भंडारे में बाबा की महिमा का गुणगान करने के लिए प्रसिद्ध दीपक चिड़िया मंडली को आमंत्रित किया गया है। इस मंडली के गायक कलाकार आरती शर्मा और रजनी शर्मा अपने भजनों और कीर्तन से श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर करेंगे। भजन-कीर्तन का कार्यक्रम दिनभर चलता रहेगा, जिसमें भक्तजन बाबा की महिमा का गुणगान सुनकर आध्यात्मिक आनंद प्राप्त कर सकेंगे।
इस अवसर पर गांव की समस्त कमेटी, ग्रामीण तथा ग्राम पंचायत आकोदा ने इलाके के सभी भक्तों और ग्रामीणों से अधिक से अधिक संख्या में बाबा साध धाम पहुंचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह पावन अवसर हर साल की तरह इस बार भी श्रद्धालुओं के लिए खास होगा। बाबा के दरबार में आकर माथा टेकना, भजन-कीर्तन में भाग लेना और प्रसाद ग्रहण करना आत्मिक शांति प्रदान करेगा और भक्तों के जीवन को धन्य बनाएगा।
भंडारे में आसपास के क्षेत्रों से भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ग्राम पंचायत और आयोजन कमेटी ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उचित प्रबंध किए हैं, ताकि सभी भक्तजन सहजता और शांति से कार्यक्रम में भाग ले सकें।
आयोजन समिति ने कहा कि बाबा साद धाम पर हर साल आयोजित होने वाला यह भंडारा न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक है बल्कि समाज में एकता और सद्भावना का संदेश भी देता है। समिति ने श्रद्धालुओं से निवेदन किया है कि वे अपने परिवार और मित्रों के साथ बाबा के दरबार में पहुंचे और इस पावन अवसर का लाभ उठाएं।