सोमवार, 3 नवंबर 2025

ज्ञानकोष-ए ग्लोबल स्कूल में हुआ रक्तदान शिविर, समाजसेवा की बनी मिसाल रक्तदान जीवनदान है, इसे अपनी आदत बनाएं — डॉ. आकाश गोयल

 

महेन्द्र गढ़

आज के युग में रक्तदान को सबसे बड़ा मानवीय कार्य माना जाता है क्योंकि यह किसी ज़रूरतमंद व्यक्ति को नई ज़िंदगी देने का माध्यम बनता है। इसी भावना को साकार करते हुए ज्ञानकोष-ए ग्लोबल स्कूल, खरखड़ा आकोदा में सोमवार को एक भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों, शिक्षकों, समाजसेवियों और स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और मानवता की सच्ची मिसाल पेश की।

शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. आकाश गोयल और कार्यक्रम की अध्यक्षता आकोदा पेक्स के चेयरमैन नरेश गुप्ता के करकमलों द्वारा किया गया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डॉ. आकाश गोयल ने कहा कि “रक्तदान एक ऐसा पुण्य कार्य है जो किसी को जीवन की नई आशा देता है। हर स्वस्थ व्यक्ति को समाज के प्रति अपने दायित्व के रूप में नियमित रूप से रक्तदान करना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि रक्तदान से किसी भी प्रकार की कमजोरी नहीं आती बल्कि शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है।

कार्यक्रम के अध्यक्ष नरेश गुप्ता ने कहा कि इस प्रकार के मानवीय कार्यों से विद्यार्थियों में सेवा, करुणा और जिम्मेदारी की भावना का विकास होता है। उन्होंने कहा कि जब युवा वर्ग ऐसे कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेता है तो समाज में सकारात्मक ऊर्जा और सहयोग की भावना मजबूत होती है। ज्ञानकोष-ए ग्लोबल स्कूल के सीईओ राकेश कुमार ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज में मानवता, करुणा और सहयोग की भावना को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने सभी रक्तदाताओं और सहयोगियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि विद्यालय सदैव समाज सेवा के क्षेत्र में आगे रहेगा।

कार्यक्रम के दौरान विद्यालय परिसर में जोश और उत्साह का माहौल देखने को मिला। बड़ी संख्या में छात्रों, शिक्षकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, स्थानीय नागरिकों और महिलाओं ने इस रक्तदान शिविर में भाग लेकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई। विद्यालय के प्राचार्य रामनिवास ने कहा कि रक्तदान को “महादान” कहा गया है क्योंकि रक्त का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि संस्था सभी रक्तदाताओं का तहे दिल से आभार व्यक्त करती है जिन्होंने इस पुण्य कार्य में स्वेच्छा से भाग लिया।

शिविर के सफल आयोजन में नर्सिंग ऑफिसर सुरभि, लैब टेक्नीशियन सुनील, मोहनलाल और अजय सहित अन्य स्टाफ सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने पूरे कार्यक्रम को व्यवस्थित ढंग से संचालित किया ताकि रक्तदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

कार्यक्रम के अंत में सभी रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। विद्यालय प्रशासन ने सभी वॉलिंटियर्स, शिक्षकों और स्टाफ सदस्यों का विशेष धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके सहयोग और समर्पण से ही यह रक्तदान शिविर सफल हो सका। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने यह संकल्प लिया कि वे आगे भी नियमित रूप से रक्तदान करेंगे और दूसरों को भी प्रेरित करेंगे। शिविर ने यह संदेश दिया कि रक्तदान केवल दान नहीं, बल्कि जीवनदान है और यही भावना एक सशक्त, संवेदनशील व मानवतावादी समाज की नींव रखती है।

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