महेंद्रगढ़
क्षेत्र के गांव खुडाना में 1654 एकड़ जमीन में बनने वाले इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप क्षेत्र के युवाओं के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं होने वाला है। जिसके शुरू होते ही जहां युवाओं को नौकरी की खोज के लिए इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं रहेगी। वहीं हर वर्ग के व्यक्ति को अपनी योग्यता के आधार पर आसानी से कार्य मिल सकेगा। इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप क्षेत्र के कार्य को शुरू करवाने के लिए जहां ग्रामीण अपने स्तर पर लगातार प्रयास कर रहे है। वहीं भाजपा के वरिष्ट नेता व पूर्व शिक्षामंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा के द्वारा भी लगातार प्रयास किए जा रहे है। इस कार्य को जल्द से जल्द शुरू करवाया जाए। ताकि क्षेत्र का विकास किया जा सके। इसी कड़ी में आईएमटी खुडाना के कार्य की प्रगति को लेकर सोमवार को अधिकारियों की टीम गांव में पहुंची। जिन किसानों की जमीन आईएमटी के रास्ते में आती है वे सभी किसान सुबह ही सूचना के बाद राजपूत धर्मशाला खुडाना में इक्कठे हाे गए। इस दौरान तहसील विभाग से गिरदावर नरेश कुमार, पटवारी जोगिंदर, पटवारी सुरेंद्र कुमार सहित एचएसआईआईडीसी से ज्ञानवीर पूनिया एस्टेट सीनियर मैनेजर, कंवर सिंह पटवारी अमित कुमार पटवारी तथा प्रदीप एलडीसी उपस्थित रहे।
इसके साथ-साथ खंड विकास विभाग महेंद्रगढ़ से मोहनलाल भी इस कार्यक्रम में पहुंचे। सोमवार को किसी कारणवश इंटरनेट की कनेक्टिविटी उपलब्ध न होने के कारण सिस्टम चल नहीं पाया और सभी अधिकारी व किसान वापस इंतजार करके चले गए। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार सुबह तक इंटरनेट की कनेक्टिविटी सुचारू रूप से चालू हो जाएगी और कल से युद्ध स्तर पर आईएमटी का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। कार्यक्रम में सरपंच प्रतिनिधि डॉक्टर नरेश सिंह, भाजपा पाली मंडल के अध्यक्ष सतबीर उर्फ भैरू सिंह, राजेंद्र नंबरदार, अशोक पंच, राधे सिंह, गुरमेश पूर्व पंच, रणवीर प्रजापत, विजेंद्र सिंह तंवर, पूर्व पंच सुधा सिंह, रतन सिंह उदय सिंह सहित कई गांव के ग्रामीण उपस्थित रहे।
वर्ष 2019 में तत्कालिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रखी थी आधारशीला
बता दे कि खुडाना में आईएमटी को बनाए जाने को लेकर सबसे पहले कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में तत्कालिन विधायक राव दान सिंह के प्रयासों से तत्कालिन मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने घोषणा की थी लेकिन उसके बाद चुनावों में कांग्रेस पार्टी की हार होने के बाद इस कार्य को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। उसके बाद वर्ष 2019 में तत्कालिन शिक्षामंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा के प्रयासों से 24 फरवरी 2019 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आईएमटी की आधार शिला रखी थी। लेकिन विधानसभा चुनावों में प्रो. रामबिलास शर्मा की हार होने के बाद इस ओर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया व कार्य की गति काफी कम हो गई। जिसके बाद एक के बाद एक कमी निकालकर कार्य को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। अब विधानसभा चुनावों के बाद फिर से सरकार के द्वारा तेजी दिखाई जा रही है। जैसे कार्य कुछ दिनों में ही शुरू हो जाएगा।
वर्ष 2020 में आईएमटी के कार्य में तेजी लाने के लिए गठित किया गया शिष्टमंडल, तत्कालिकन मुख्यमंत्री से की गई मुलाकात खुडाना में आईएमटी को लेकर तत्कालिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के द्वारा आधार शिला रखे जाने के बाद कार्य को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। वहीं चुनावों में प्रो. रामबिलास शर्मा की हार के बाद इस प्रोजेक्ट के कार्य पर काफी असर दिखाई दिया। जिसके बाद लोगों ने एकजुट होकर सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए महापंचायत का आयोजन कर शिष्टमंडल का गठन किया व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। जिसके बाद 2021 में शिष्टमंडल को पता लगा कि आईएमटी को लेकर करीब 400 एकड़ जगह कम बताकर कार्य को बीच में रोका हुआ है। जिसके बाद ग्रामीणों ने अपनी जमीन देने की बात कहकर पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सरकार को जमीन खरीदने की सहमति दी। इसके बाद भी यह कार्य अभी तक सिरे नहीं चढ़ा है।
बता दे कि आईएमटी खुडाना को लेकर वर्ष 2019 में सरकार के द्वारा शिलसिला शुरू किया गया था। जिसको लेकर वर्ष 2022 तक करीब तीन साल से भी ज्यादा का समय होने के बावजूद भी सरकार आईएमटी का कार्य शुरू करने में असमर्थ रही। उसके बाद अक्टूबर माह में खुडाना से खरकड़ा आकोदा तक करीब 200 फुट का रास्ता बनने व उसमें निजी जमीन का अधिग्रहण करने की सूचनाए सामने आई। जिसके बाद लोगाें से रास्ता बनाए जाने को लेकर अपनी जमीन सरकार को देने के लिए सहमति पत्र भी मांगे गए। लेकिन आज तक उक्त रास्ते का निर्माण नहीं किया जा सका है। वर्ष 2023 में भी अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण व कुछ कमिया निकालकर साल को इसी प्रकार से पूर्ण कर दिया है। अब रास्ते को बनाने के लिए फिर से अधिकारी हरकत में दिखाई दे रहे है।
विधानसभा चुनावों को नजदीक आता देख अब फिर से शुरू हुआ सिलशिला
वर्ष 2024 में विधानसभा चुनावों को अभी कुछ ही समय शेष बचा है। ऐसे में सरकार के द्वारा खुडाना आईएमटी का मामला एक बार फिर से याद आ गया है। खुडाना इंडस्ट्रीयल मॉडल टाउनशिप का कार्य शुरू करवाने को लेकर जहां शुक्रवार को टीम ने महेंद्रगढ़ का दौरा किया है। वहीं विधानसभा चुनावों से पहले-पहले इंडिस्ट्रीयल मॉडल टाउनशिप का कार्य शुरू किए जाने के दावे किए जा रहे है। लेकिन यह अभी सब समय के गर्भ में है कि सरकार सच में ही खुडाना में इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप बनाना चाहती है या यह एक चुनावी स्टंट है।
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