महेंद्र गढ़ 6 अप्रैल 2024
क्षेत्र के गांव खुडाना व बीजना के बीच से गुजरने वाली सतनाली फीडर ओवरफ्लो होने से किसानों की सरसाें व गेहूं की फसल पूर्ण रूप से खराब हो गई है। किसानों ने जिला प्रशासन से मांग कर स्पेशल गिरदावरी करवाकर उनकी फसल का उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की है। महेंद्र सिंह चोटी वाला, जिला गौरक्षा प्रमुख संदीप जैलदार, सुनील यादव,राहुल मोटा सहित अन्य किसानों ने बताया कि लगभग 1 महीने के बाद इस नहर में पानी आया और पानी आने के पहले दिन ही नहर ओवरफ्लो होकर सैलाब उतर गया। जिसे किसानों को पक्की पकाई फसल पूर्ण रूप से खराब हो गई। ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ किसानों ने तो अपनी सरसों की लावणी करके पसार में सरसों डाली हुई थी वह सब पानी में बर्बाद हो गई और कुछ किसानों के खड़े गेहूं में पानी आने से वह भी एकदम खत्म हो गए। किसानों ने जिला प्रशासन सहित संबंधित विभाग से अपील की है कि जल्दी से जल्दी इसका स्थाई समाधान किया जाए अन्यथा इलाके के किसान आंदोलन करने की राह पर चलेंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन में हरियाणा सरकार की होगी।
बता दे कि किसान पिछले करीब 10 वर्षों से विभाग व उच्च अधिकारियों से इस समस्या के समाधान की मांग करते हुए आ रहे है। लेकिन उनकी इस समस्या की तरफ किसी के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके चलते किसानों को प्रत्येक वर्ष दोनों ही फसलों में भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। आकोदा निवासी किसान सुरेश कुमार ने बताया कि इस समस्या को लेकर हमने 12 मार्च 2014 को एक्शन सिंचाई विभाग चरखी दादरी को भी लिखित रूप में शिकायत दी थी जिसको भी लगभग अब तक 10 साल हो चुके हैं उसके बाद हमने 2 जनवरी 2015 को भी सीएम विंडो में शिकायत दी थी लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।
उसके बाद 8 जुलाई 2015 को फिर शिकायत दी उसका भी कोई समाधान नहीं हुआ। तत्पश्चात जिला उपायुक्त नारनौल के खुले दरबार में 26 जुलाई 2016 को भी समस्या बताई थी लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। उसके बाद अंतिम बार हमने 26 अगस्त 2016 को सीएम विंडो में शिकायत दर्ज करवाई। इतना होने के बावजूद भी हर वर्ष फसल के समय नहर का स्लैब उतरता है और हमारी फसल हर बार ही खराब होती रहती है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन में संबंधित विभाग से जल्दी से जल्दी इस समस्या का समाधान करने की मांग उठाई है और बर्बाद हुई फसल का मुआवजा देने की मांग की है।
इस बारे में जब विभाग के एसडीओ संजय से बात की गई तो उन्होंने बताया कि लगभग 1 महीने के बाद नहर में पानी आया है जिससे नहर में कचरा आदि भरने के कारण पानी इकट्ठा हो गया और एक मोटर भी नहीं चल पाई जिसके कारण यह समस्या पैदा हो गई। इसके समाधान के लिए अभी दो दिन पहले ही गढ़ी के सरपंच को लेकर हमने एक जोहड़ी देखी है उनके साथ समाज सेवी संदीप मालडॉ भी थे। उन्होंने बताया कि इस समस्या का 30 जून तक स्थाई समाधान करने का प्रयास किया जाएगा।
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