महेंद्र गढ़ 3 अप्रैल
आकोदा स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल बनाए जाने पर इलाके में खुशी का माहौल है। बता दे कि गांव आकोदा आस-पास के करीब 15 गांवों का मुख्य केन्द्र है।ऐसे में अब सरकार के द्वारा गांव के सरकारी स्कूल को मॉडल संस्कृति स्कूल में बदलने का निर्णय लिया गया है। जिससे लोगों को काफी लाभ मिलेगा।ग्रामीणों नेबताया कि हमारे गांव का स्कूल काफी पूराना है जिसके चलते सरकार ने इस स्कूल को राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल बनाया है ग्रामीणों ने सरकार के समस्त अधिकारी स्कूल प्रिंसिपल, खंड शिक्षा अधिकारी व जिला शिक्षा अधिकारी सहित विभाग के समस्त उच्च अधिकारियों का भी धन्यवाद किया। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में इंग्लिस मीडियम स्कूल न होने व वर्तमान समय को अंग्रेजी माध्यम की मांग को देखते हुए वे अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए निजी विद्यालयों में भेजने के लिए मजबूर थे। लेकिन अब सरकार की तरफ से गांव में अंग्रेजी माध्यम का स्कूल खोलकर लोगों की समस्या का काफी हद तक समाधान कर दिया है। अभिभावकों ने बताया कि उन्हें मजबूरी वश अपने बच्चों की पढ़ाइ पर भारी भरकम फीस अदा करनी पड़ रही है। इससे पहले महेंद्रगढ़ में ही मॉडल संस्कृति स्कूल था। जो जहां से करीब 18 किलोमीटर दूर है वहीं यातायात की कोई विशेष व्यवस्था न होने की वजह से माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल में भेजने में असमर्थ थे। लेकिन अब गांव के ही स्कूल के मॉडल संस्कृति स्कूल बना दिया गया है। जिससे उनके पैसे की बचत भी होगी व बच्चे भी अंग्रेजी माध्यम में अपनी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
जब इस विषय में राजकीय माध्यमिक विद्यालय आकोदा के प्राचार्य रामस्वरूप यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सत्र 2024-25 में इस स्कूल में मॉडल संस्कृति स्कूल जोकि सीबीएसई से मान्यता प्राप्त होगा। उसके दाखिले शुरू हो गए है। जिनकी अंतिम तिथि 20 अप्रैल है। उन्होंने बताया कि यह दाखिले छठी कक्षा के लेकर 9वीं कक्षा व 11 वीं के होंगे। इसमें हिंदी मीडियम व इंग्लिश मीडियम दोनों प्रकार की कक्षाएं लगेंगी। एक सेक्शन में 9 से 12 तक 40 बच्चे,6 से 8 तक 35 बच्चे तथा 1 से 5वीं तक 30 बच्चो के सेक्शन ही होंगे। उन्होंने बताया कि जिस पेरेंट्स की इनकम 180000 से कम है उन बच्चों की ट्यूशन फीस भी फ्री होगी। इसके अलावा जिनकी इनकम इससे अधिक है उनसे 6 से आठवीं तक के बच्चे के 300 रुपए प्रति माह, 9वी दसवीं क्लास के बच्चे के 400 रुपए प्रति माह तथा 11वीं और 12वीं के बच्चे से 500 रुपए प्रति माह फीस वसूल की जाएगी तथा जब बच्चा दाखिला लेगा उस समय भी रजिस्ट्रेशन के समय एक हजार रुपए रजिस्ट्रेशन फीस भी बच्चों से ली जाएगी। प्राचार्य ने कहा कि सीटे सीमित है।दाखिला पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होंगे।
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