शनिवार, 5 अप्रैल 2025

आकोदा के रावमा विद्यालय को श्री दुलीचंद राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल बनाए जाने पर लोगों में खुशी -अब विद्यालय में मेडिकल की कक्षाएं भी शुरू, प्राचार्य ने अभिभावकों से अधिक से अधिक दाखिले करवाने के लिए किया प्रेरित

 

महेंद्रगढ़

आकोदा स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को श्री दुलीचंद राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल बनाए जाने पर इलाके में खुशी का माहौल है। गांव आकोदा के श्री दुलीचंद राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल में भी इलाके के बच्चे अब मेडिकल की पढ़ाई पढ़ सकेंगे, अब तक स्कूल में मेडिकल की पढ़ाई नहीं होती थी। स्कूल प्राचार्य रामस्वरूप यादव ने बताया कि विद्यालय में इस बार से मेडिकल विषय की शुरूवात की गई है। क्षेत्र के बच्चों को मेडिकल की पढ़ाई के लिए प्राइवेट स्कूलों में जाना पड़ता था। लेकिन अब आकोदा के श्री दुलीचंद राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल में भी मेडिकल की कक्षाएं शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि विद्यालय का स्टाफ काफी मेहनती है। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया है कि अधिक से अधिक बच्चों को मॉडल संस्कृति स्कूल आकोदा में दाखिला करवाये। उन्होंने बताया कि हमारे स्कूल में नए सत्र के लिए दाखिले शुरू हो गए हैं जिसकी शुरुआत हमने 1 अप्रैल 2025 को हवन यज्ञ तथा नए विद्यार्थियों को फूल मालाये पहनाकर उनका स्वागत किया और प्रवेश उत्सव का शुभारंभ किया गया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में 6 से 9 और 11 के प्रथम द्वितीय तथा तीसरे स्थान पर रहने वाले बच्चों को भी सम्मानित किया गया। 


आपको बता दे कि गांव आकोदा आस-पास के करीब 15 गांवों का मुख्य केन्द्र है। जिसके चलते आकोदा के बस स्टैंड पर एक छोटी सी मार्केट भी बन गई है। जहां पर लोगों की जरूरत के अनुसार सामान उपलब्ध रहता है। ऐसे में अब सरकार के द्वारा गांव के सरकारी स्कूल को मॉडल संस्कृति स्कूल में बदलने का निर्णय लिया गया है। जिससे लोगों को काफी लाभ मिलेगा। ग्रामीणों ने बताया कि हमारे गांव का स्कूल काफी पूराना है जिसके चलते सरकार ने इस स्कूल को राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल बनाया है। ग्रामीणों ने सरकार के समस्त अधिकारी स्कूल प्रिंसिपल, खंड शिक्षा अधिकारी व जिला शिक्षा अधिकारी सहित विभाग का धन्यवाद किया हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में इंग्लिस मीडियम स्कूल न होने व वर्तमान समय को अंग्रेजी माध्यम की मांग को देखते हुए वे अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए निजी विद्यालयों में भेजने के लिए मजबूर थे। लेकिन अब सरकार की तरफ से गांव में अंग्रेजी माध्यम का स्कूल खोलकर लोगों की समस्या का काफी हद तक समाधान कर दिया है। 

अभिभावकों ने बताया कि उन्हें मजबूरी वश अपने बच्चों की पढ़ाई पर भारी भरकम फीस अदा करनी पड़ रही है। इससे पहले महेंद्रगढ़ में ही मॉडल संस्कृति स्कूल था। जो जहां से करीब 18 किलोमीटर दूर है वहीं यातायात की कोई विशेष व्यवस्था न होने की वजह से माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल में भेजने में असमर्थ थे। लेकिन अब गांव के ही स्कूल के मॉडल संस्कृति स्कूल बना दिया गया है। जिससे उनके पैसे की बचत भी होगी व बच्चे भी अंग्रेजी माध्यम में अपनी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। जब इस विषय में राजकीय माध्यमिक विद्यालय आकोदा के प्राचार्य रामस्वरूप यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सत्र 2025-26 में इस स्कूल में मॉडल संस्कृति स्कूल जोकि सीबीएसई से मान्यता प्राप्त होगा। उसके दाखिले शुरू हो गए हैं। उन्होंने बताया कि यह दाखिले छठी कक्षा के लेकर 12वीं कक्षा तक होंगे।सीटे सीमित है । उन्होंने बताया कि दाखिले पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होंगे

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