महेंद्रगढ़
गांव पालडी निवासी डॉक्टर अशोक कुमार ने अपनी बेटी ऊषा का बनवारा निकाल कर बेटा-बेटी के भेदभाव को समाप्त करने का संदेश दिया है। डॉक्टर अशोक यादव जो कि पेशे से पशु चिकित्सक है उन्होंने बताया कि लड़का लड़की में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। उन्होंने अपनी बेटी की भी बेटों की तरह परवरिश की है और अभी 1 मार्च को उसकी शादी है।
गुरुवार रात्रि को परिवार के सदस्यों ने बेटी ऊषा का घोड़ी पर बैठा कर बनवारा निकला गया।घोड़ी के एक तरफ लड़की के पिता जी डॉ अशोक कुमार और दूसरी तरफ नरेश जोशी जो कि पिछले 37 वर्षो से बहुत अज़ीज़ दोस्ती निभा रहे हैं जो की इलाके में अपने आप में लोगों के लिए एक मिसाल है कुछ लोग तो इनकी जोड़ी को राम लक्ष्मण की जोड़ी भी कहते हैं पेशे से एक पशु चिकित्सक हैं और दूसरा फार्मासिस्ट हैं।लड़की के चाचा नरेश जोशी ने बताया कि हमारी भतीजी ऊषा जो कि एमएससी पास है और साथ-साथ हेल्थ फिटनेस ट्रेनर का कार्य भी करती है जानकारी देते हुए बताया कि ऊषा जो कि गांव पालड़ी के रहने वाली है हालआबाद महेंद्रगढ़ में रहती हैं वहां पर घोड़ी बैठकर कर उनका गाजे बाजे के साथ बनवारा निकला गया और समाज में संदेश दिया की लड़कियां किसी से कम नहीं है।उनका कहना है कि एक लड़की दो परिवारों का नाम रोशन करती है।इस अवसर पर महिलाओं ने भी नाच गाने के साथ-साथ बनवारे में भरपूर आनंद उठाया।
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