महेंद्र गढ़
गांव गढ़ी में बरसात के चलते रविवार को एक पुरानी हवेली की छत गिरने से बड़ा हादसा होते-होते टल गया। ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे गांव के बीच में एक बड़ी हवेली है जिसके मालिक ओमप्रकाश, सुरेश, राजेंद्र व पप्पू है जोकि काफी सालों से बाहर रहते हैं इसलिए उनकी हवेली जर्जर अवस्था में हो चुकी है। हवेली जर्जर अवस्था में होने के चलते रविवार को उसकी छत नीचे गिर गई है। जिसकी वजह से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि हवेली की दिवारों में भी काफी लम्बी-लम्बी दरारे आई हुई है। अगर ऐसा ही रहा तो इस हवेली की वजह से गांव में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने प्रशासन से मांग कर उक्त हवेली को तुडवाने की मांग की है ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी घटना से बचा जा सके।
जर्जर हवेली को लेकर जब गांव के सरंपच कर्मवीर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हवेली की छत गिरने का मामला उनके संज्ञान में आया है। हवेली गांव के बीच में होने की वजह से इसके गिरने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इस समस्या को लेकर वे मकान मालिकों से बात कर या तो हवेली की दिवारों में आई दरारों को रिपेयर करने या फिर इसे तोड़ने के विषय में बात चित करेंगे। अगर इसके बाद भी समस्या का कोई समाधान नहीं निकलता है तो उच्च अधिकारियों से बात करके जो भी कार्रवाई होगी उसे अमल में लाया जाएगा।
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