नारनौल, 26 जून
उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद की अध्यक्षा मोनिका गुप्ता (आईएएस) के मार्गदर्शन में नशा मुक्ति केंद्र की ओर से चलाए जा रहे नशा मुक्त भारत अभियान के तहत आज बाल भवन में अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध एवं व्यापार रोकथाम दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी अमित शर्मा ने मुख्य अतिथि व पूर्व जिला बाल कल्याण अधिकारी विपिन कुमार शर्मा व सामाजिक कार्यकर्ता घनश्याम शर्मा ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला बाल कल्याण अधिकारी राजेन्द्र सिंह ने की।
मुख्यातिथि अमित शर्मा ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाज को नशा मुक्त करने में आज की पीढ़ी के लड़के व लड़कियों का बहुत बड़ा योगदान हो सकता है। लड़कियां जैसे बहन, बेटी व पत्नी के रूप में अपने परिवार के बुजुर्ग, पति व बेटे को इस नशे रूपी दानव से दूर रख करके इस नशा मुक्ति अभियान में पूर्ण सहभागिता कर सकती है। इसी प्रकार नवयुवकों को स्वयं तो इस नशे की बुरी आदत से दूर रहना ही चाहिए, साथ ही साथ अपने आस-पास के लोगों व दोस्तों को इस नशे की बुरी आदत से दूर रहने के लिए प्रेरित करते रहना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि विपिन कुमार शर्मा ने कहा कि “नशा समाज को दीमक की तरह खोखला कर रहा है। हर दिन इस दानव का सामना करना पड़ रहा है और दिन-प्रतिदिन यह अधिक विकराल रूप धारण करता जा रहा है। उन्होंने नशें को जड़ से समाप्त करने के लिए समाज के सभी वर्गों से सहयोग करने की अपील की। चाहे समाज के किसी भी वर्ग से संबंध रखता हो व किसी आयु वर्ग का हो। बच्चों का कर्तव्य बनता है कि वे इस लत् से बचपन से ही दूर रहें। नव युवकों को चाहिए कि स्वस्थ समाज के लिए नशें की दलदल से बचकर इस समाज की उन्नति के लिए आगे बढ़ना है जैसा संकल्प लेकर जीवन में सफल होना है। बुर्जुगों का भी यह कर्तव्य बनता है कि स्वयं को नशे की बुराई से दूर रखकर समाज को भी इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें। सामाजिक कार्यकर्ता घनश्याम शर्मा ने अपने सम्बोधन में उपस्थित लोगों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के अंत में नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केन्द्र से परियोजना निदेशक रोहताश सिंह रंगा ने बताया कि इस केन्द्र में नशे से पीड़ित व्यक्तियों को दाखिल करके उनका निशुल्क ईलाज किया जाता है। नशे के आदि लोगों को इस केन्द्र का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने बताया कि गत् वर्ष 2023-24 में कुल 244 मरीज आए जिसमें 197 मरीजों ने दाखिल होकर व 47 मरीजों ने बिना दाखिला हुए ईलाज करवाया। अन्त में उपस्थित लोगों को नशा न करने की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी विवेक कुमार, तीरन्दाजी कोच सुरेन्द्र शर्मा, परामर्शदाता जयपाल सिंह, लेखाकार दिनेश शर्मा के अलावा जिला बाल कल्याण परिषद व नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केन्द्र का समस्त स्टाॅफ उपस्थित था।
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