महेंद्रगढ़
गांव आकोदा के 97 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति बहादुर सिंह का निधन हो गया। उनकी मृत्यु की सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने बताया कि बहादुर सिंह न केवल गांव के सबसे उम्रदराज व्यक्ति थे, बल्कि एक समाजसेवी और मिलनसार स्वभाव के धनी भी थे।
गांव का कोई भी व्यक्ति जब किसी समस्या का समाधान या पुरानी घटनाओं की जानकारी के लिए उनके पास जाता था, तो बहादुर सिंह बड़ी ही सहजता से सही और सटीक जानकारी साझा करते थे। उनकी सरलता और मददगार स्वभाव के कारण वे गांव में बेहद सम्मानित माने जाते थे।अचानक हुए निधन से ग्रामीणों में गहरा शोक व्याप्त हो गया। उनका अंतिम संस्कार गांव आकोदा में ही किया गया। इस दौरान क्षेत्र के अनेक गणमान्य व्यक्तियों व ग्रामीणों ने अंतिम यात्रा में शामिल होकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। बहादुर सिंह अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके निधन से गांव में एक युग का अंत माना जा रहा है।
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