रविवार, 23 जून 2024

खुडाना बास की ढाणी खड़गवांन में आगजनी की घटना में झूलसे एक परिवार के चारों सदस्यों ने एक के बाद एक उपचार के दौरान तोड़ा दम, रविवार को गांव खुडाना में किया गया अंतिम संस्कार -

महेंद्रगढ़

क्षेत्र के गांव खुडाना बास की ढाणी खड़गवांन में गत दिनों एक घर की रसोई में हुई आगजनी की घटना में झूलसे दम्पत्ति व उसके दोनों बच्चों ने शनिवार देर रात तक उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बता दे कि गत बुधवार को आगजनी की घटना घटी थी। जिसके बाद प्राथमिक उपचार के बाद परिजन चारों घायलों को रोहतक पीजीआई में उपचार के लिए लेकर गए।शनिवार को दो-तीन, दो-तीन घंटे के बाद परिवार के चारों सदस्यों ने एक के बाद एक ने दम तोड़ दिया। रविवार को चारों के शवों को गांव में लाकर अंतिम संस्कार किया गया। एक ही परिवार से चार सदस्यों की मौत होने के बाद से गांव इलाके में चारों तरफ सनाटा छाया रहा। वहीं आकोदा में खुडाना रोड की तरफ की मार्केट भी पूर्ण रूप से बंद रही। 

मृतक विजेन्द्र के पिता 72 वर्षीय सूरजभान ने बताया कि वह कॉपर में स्थित कम्पनी में कार्य करता था। विजेन्द्र की प्रवरिश कॉपर में ही हुई थी। जिसने अंग्रेजी विषय में डबल एमए की हुई थी। सूरजभान ने बताया कि उसकी रिटायरमेंट के बाद भी विजेन्द्र अपने बच्चों व पत्नी के साथ कॉपर में ही रह रहा था। जो वहां पर एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक के तौर पर नौकरी कर रहा था। वहीं उसकी पत्नी मंजू की भी राजस्थान में आंगनवाड़ी केन्द्र में नौकरी लग गई थी। गर्मियों की छुटि्टयों के चलते विजेन्द्र अपने दोनों बच्चों व पत्नी मंजू के साथ गांव खुडाना बास में अपने माता-पिता व परिवार के अन्य सदस्यों से मिलने के लिए आया हुआ था। बुधवार को ही विजेन्द्र को अपने परिवार के साथ कॉपर वापस जाना था लेकिन सुबह के समय ही गैस लिक होने की वजह से परिवार के साथ यह हादसा हो गया। जिसमें चारों की जान चली गई है। 

खुडाना निवासी विजेन्द्र की शादी 1999 में रामलीला बास निवासी मंजू के साथ हुई थी। जिनके दो बच्चें एक लड़का रोहित व एक लड़की चंचल थे। जिनके साथ व काॅपर में ही रह रहे थे। विजेन्द्र के पिता सूरजभान नौकरी से रिटायरमेंट के बाद अपने गांव वापस आ गई। विजेन्द्र अपनी पत्नी व बच्चों के साथ कॉपर में ही अपना जीवन यापना करने लगा। जो गर्मियों छुटि्टयों व कार्यक्रमों में ही गांव में आता था। लेकिन इस बार विजेन्द्र के परिवार के साथ हुई घटना ने परिवार के चारों सदस्यों की ही जान ले ली। मृतक के पिता सूरजभान ने बताया कि विजेन्द्र का बेटा रोहित डॉक्टर बनना चाता था लेकिन इस हादसे की वजह से उसकी मौत हो गई व रोहित का सपना सपना बनकर ही रह गया। जिससे परिवार के अन्य सदस्यों में शौक की लहर है। 

खुडाना में आगजनी की घटना में झूलसे एक ही परिवार के चारों सदस्यों का रविवार को अंतिम संस्कार किया गया। चाेरों सदस्यों की मौत की सूचना के बाद क्षेत्र के गणमान्य लोगों व गांव के लोगों ने मृतकाे को श्रद्धांजलि दी व इस दुख के संकट में मृतक विजेन्द्र के माता-पिता को शक्ति प्रदान करने के लिए भगवान से प्रार्थना की। इस दौरान श्रद्धांजलि देने वालों में सांसद चौधरी धर्मवीर के सुपुत्र मोहित, मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन डालू सिंह, इनेलो के प्रेस प्रवक्ता लाला बसई, राष्ट्रीय जन लोक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह बसई, पूर्व एसडीएम संदीप सिंह, पूर्व जिला प्रमुख सुरेंद्र कौशिक के सुपुत्र अनिल कौशिक, सूंडा राम ट्रस्ट के संचालक एवं समाज सेवी संदीप  मालडा, संस्कार भारती स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर संदीप यादव, पूर्व सरपंच प्रतिनिधि ओमपाल सिंह, खुडॉना के सरपंच प्रतिनिधि डॉक्टर नरेश सिंह, गांव गढ़ी के सरपंच कर्मवीर सैनी, ब्लॉक समिति जिला उपाध्यक्ष  प्रतिनिधि रणधीर सिंह आदलपुर, मनजीत सिंह,  पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा के भाई राजू शर्मा

निगरानी कमेटी के चेयरमैन एवं पूर्व सरपंच मलखान सिंह पाली, डॉक्टर भूप सिंह महेंद्रगढ़, ठेकेदार दिनेश सिंह, बास के सरपंच रतन सिंह, बीएस स्कूल के चेयरमैन पवन सिंह तंवर, मनजीत प्रधान, पूर्व अध्यक्ष श्योराज सिंह, महेंद्र सिंह चोटीवाला, एडवोकेट विनोद सिंह, राजपूत सभा के पूर्व प्रधान बीरेंद्र सिंह तथा आकोदा पुलिस चौकी का स्टाफ सहित भारी संख्या में लोगों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी।




कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें