मंगलवार, 14 मई 2024

आकोदा बस स्टैंड के पास रोड़ के साथ बनाए गए नाले पर लगे स्लैब टूटने से दुर्घटना होने का अंदेशा -निर्माण सामग्री की जांच के साथ ग्रामीणों ने समस्या के स्थाई समाधान की उठाई मांग

 

महेंद्र गढ़ 14 मई

आकोदा बस स्टैंड के पास स्टेट हाईवें पर बनाए गए डिवाइडर व बसई की तरफ जाने वाले रास्ते पर नाले पर डाले गए स्लैब आमजन व वाहन चालकों के लिए परेशानी का घर बने हुए है। बता दे कि दादरी से नारनौल तक के मार्ग को हाल ही में फॉरलेन किया गया है। जिसके तहत रास्ते के बीच में डिवाइडर बनाए गए है। वहीं रोड की एक तरफ पानी की निकासी को लेकर नाला भी बनाया गया है। जिसे स्लैब डालकर कवर किया गया है। आकोदा स्थित बैक के सामने से बसई की तरफ जाने वाले रास्ते पर नाले पर लगाए गए स्लैब टूटने की वजह से आमजन व वाहन चालकों के लिए परेशानी का घर बने हुए है। लोगों ने बताया कि हलकी सामग्री का इस्तेमाल किए जाने की वजह  से वाहनों के आवागमन पर नाले पर लगाए गए स्लैब पूरी तरह टूट व धंस गए है।


जिनकी वजह से इस मार्ग पर कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या को लेकर अनेक बार संबंधित अधाकारियों को मौखिक तौर पर अवगत करवाया जा चुका है लेकिन उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है। इस स्लैब को टूटे हुए लगभग 2 महीने हो गए जिसके चलते छोटे-मोटे वाहन चालक भी दूसरे रास्ते से बसई की तरफ जा रहे थे अभी दूसरा रास्ता जो की मुख्य रास्ता था वहां पर आगमन बढ़ गया और छोटे बड़े सभी वाहन उसी रास्ते से जाने लगे तो आज उस रास्ते में लगा हुआ स्लैब भी टूट गया जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है ग्रामीणों का कहना है कि दिल्ली से पिलानी जाने वाला  एकमात्र शार्ट कट रास्ता जिसके लिए आकोदा गांव से बसई जाने के लिए दो रास्ते थे और दोनों पर जो स्लैब डाले गए थे दोनों ही टूट गए ऐसे में अब बड़े वाहनों का तो जाना ही बंद हो गया है बाइक कार वगैरा तो जैसे तैसे निकल जाती हैं लेकिन रात्रि को कोई भी बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है। 

दुर्घटना को रोकने के लिए ग्रामीणों ने बीच रास्ते में पत्थर वगैरा या कोई फ्लैक्स वगैरा लगाकर बचाव करने की कोशिश की गई है लेकिन फिर भी विभाग बेखबर हो रखा है इसलिए ग्रामीणों ने बताया कि दोनों ही स्लैब टूटना इस बात का संकेत है कि जरूर विभाग द्वारा निम्न स्तर की निर्माण सामग्री का प्रयोग किया गया है उन्होंने बताया कि इस प्रकार की हल्की सामग्री प्रयोग करने वाले ठेकेदार व विभाग का कोई भी कर्मचारी जो इसमें सम्मिलित है इसकी जांच कर उन सबके प्रति विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाए।

 इस अवसर पर ग्रामीण राकेश राव, बिट्टू,महेंद्र सिंह ढाणी, पवन कुमार, रोहित आदि ने बताया कि अगर विभाग ने इस तरफ जल्दी ही ध्यान देकर इस समस्या का समाधान नहीं किया तो आने वाले समय में यहां पर बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है जिसके जिम्मेदारी जिला प्रशासन या संबंधित विभाग की होगी। उन्होंने प्रशासन से मांग कर उनकी समस्या का स्थाई समाधान करने की मांग की है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।

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